जी-20 (विश्व की 20 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं का समूह)
बीस वित्त मंत्रियों और सेंट्रल बैंक के गवर्नर्स का समूह (जी20,जी -20 और बीस का समूह के रूप में भी जाना जाता है), जो कि विश्व की 20 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के वित्त मंत्रीयों और केंद्रीय बैंक के गवर्नर्स का एक संगठन है, जिसमें 19 देश और यूरोपीय संघ शामिल हैं।
सदस्य
:-2017 तक समूह के 20 सदस्य हैं: अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, यूरोपीय संघ, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका। स्पेन स्थायी अतिथि हैं, जो हर year आमंत्रित होते है।
जी20 सम्मेलन में प्रतिनिधि के तौर पर 19 देशों के प्रतिनिधि शामिल होते हैं और एक यूरोपीय संघ शामिल होता है। नेताओं के शिखर सम्मेलन में, 19 देशों के नेताओं और यूरोपीय संघ के नेता शामिल होते हैं और मंत्री स्तर की बैठकों में, 19 देशों के वित्त मंत्री और केंद्रीय बैंक गवर्नर और यूरोपीय संघ के वित्त मंत्री और केंद्रीय बैंक के गवर्नर शामिल होते हैं।
प्रत्येक वर्ष स्पेन के अलावा, जी20 के मेहमानों में आसियान देशों के अध्यक्ष; दो अफ्रीकी देश (अफ्रीकी संघ के अध्यक्ष और अफ्रीका के विकास के लिए नई साझेदारी के प्रतिनिधि) और एक देश (कभी-कभी एक से अधिक) जी20 के अध्यक्ष द्वारा आमंत्रित किया जाता है, आमतौर पर वे अपने ही क्षेत्र से होते हैं।[2][5][6]भारत 30 दिसम्बर 2023 तक G20 का अध्यक्ष बना रहेगा जिसके अध्यक्ष श्री नरेन्द्र दामोदर दास मोदी है। इसके अलावा 2023 G20 खजुराहो शिखर सम्मेलन 2023 23 से 25 फरवरी तक किया जाना
सदस्यता :--
अर्जेंटीना
ऑस्ट्रेलिया
ब्राज़ील
कनाडा
चीन
ई॰ यू॰. -(यूरोपीय संघ (अंग्रेज़ी: European Union)(EU)
फ्रांस
जर्मनी
भारत
इण्डोनेशिया
इटली
जापान
मेक्सिको
रूस
सउदी अरब
दक्षिण अफ्रीका
दक्षिण कोरिया
तुर्की
ब्रिटेन
संयुक्त राज्य अमेरिका

एक टिप्पणी भेजें